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Apple iPad Air (M3) review

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WhatsApp is working on Motion Photos support on Android

WhatsApp is working on Motion Photos support on Android WhatsApp Android यूजर्स के लिए Motion Photos सपोर्ट लाने की तैयारी में है। जानें क्या है यह फीचर और कैसे यह आपके मैसेजिंग अनुभव को बेहतर बनाएगा।   WhatsApp , दुनिया भर में मैसेजिंग ऐप्स के बीच सबसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म, लगातार नए फीचर्स के साथ अपने यूजर्स को हैरान करता रहता है। हाल ही में खबरें सामने आई हैं कि WhatsApp Android यूजर्स के लिए Motion Photos सपोर्ट पर काम कर रहा है। यह फीचर यूजर्स को फोटोज को और भी जीवंत तरीके से शेयर करने की सुविधा देगा। आइए जानते हैं कि यह फीचर क्या है और यह आपके मैसेजिंग अनुभव को कैसे बेहतर बनाएगा।   Motion Photos क्या है?    Motion Photos एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो साधारण फोटोज को थोड़ा सा वीडियो जैसा बना देती है। जब आप कोई फोटो क्लिक करते हैं, तो यह फीचर फोटो लेने से पहले और बाद के कुछ सेकंड्स का वीडियो रिकॉर्ड कर लेता है। इससे फोटो में जान आ जाती है और यह और भी यादगार बन जाती है।   WhatsApp पर Motion Photos सपोर्ट का क्या मतलब है?    अगर WhatsApp...

Apple iPhone 16e vs Google Pixel 9a

 Apple iPhone 16e vs Google Pixel 9a: कौन सा फोन देता है बेहतर वैल्यू फॉर मनी? जब बात स्मार्टफोन की आती है, तो Apple और Google दोनों ब्रांड्स अपने-अपने फ्लैगशिप मॉडल्स के साथ मार्केट में छाए रहते हैं। लेकिन अगर आप बजट के साथ बेहतरीन फीचर्स चाहते हैं, तो Apple iPhone 16e और Google Pixel 9a दोनों ही आकर्षक विकल्प हैं। आइए, इन दोनों फोन्स की तुलना करते हैं और जानते हैं कि कौन सा फोन आपके लिए ज्यादा वैल्यू फॉर मनी ऑफर करता है।    1. डिजाइन और बिल्ड क्वालिटी Apple iPhone 16e अपने प्रीमियम डिजाइन और बिल्ड क्वालिटी के लिए जाना जाता है। यह फोन एल्युमिनियम फ्रेम और ग्लास बैक के साथ आता है, जो इसे स्टाइलिश और ड्यूरेबल बनाता है। वहीं, Google Pixel 9a भी कम नहीं है। इसमें पॉलीकार्बोनेट बॉडी का इस्तेमाल किया गया है, जो हल्का और मजबूत होने के साथ-साथ सस्ता भी है। डिजाइन के मामले में दोनों फोन्स अपनी-अपनी क्लास में बेस्ट हैं, लेकिन iPhone 16e थोड़ा ज्यादा प्रीमियम फील देता है।   2. डिस्प्ले iPhone 16e में 6.1 इंच की सुपर रेटिना XDR डिस्प्ले दी गई है, जो कलर्स और ब्राइ...

Python Programming Book

Python Programming Book Python Programming Book 1. Introduction to Python Python is a high-level, interpreted programming language known for its simplicity and readability. It is widely used for web development, data analysis, artificial intelligence, and more. 1.1 Installing Python To install Python, download the latest version from the official Python website and follow the installation instructions. 1.2 Running Python Code You can run Python code in several ways: Using the Python interactive shell. Writing scripts in a .py file and running them with the Python interpreter. Using an Integrated Development Environment (IDE) like PyCharm or VS Code. 2. Variables and Data Types In Python, variables are used to store data. Python supports various data types, including integers, floats, strings, and booleans. ...

Microsoft issued a warning

  माइक्रोसॉफ्ट ने चेतावनी जारी की :  क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स को निशाना बनाने वाले नए मालवेयर का खतरा नई दिल्ली : टेक दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही में एक नए मालवेयर के बारे में चेतावनी जारी की है, जो क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स को निशाना बना रहा है। यह मालवेयर, जिसे " क्रिप्टोवॉल्ट " नाम दिया गया है, उपयोगकर्ताओं की डिजिटल करेंसी को चुराने के लिए डिज़ाइन किया गया है। माइक्रोसॉफ्ट के सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, यह मालवेयर बेहद परिष्कृत तकनीक का उपयोग करता है और इससे बचाव के लिए उपयोगकर्ताओं को सतर्क रहने की आवश्यकता है।    क्या है यह मालवेयर?   क्रिप्टोवॉल्ट मालवेयर उपयोगकर्ताओं के कंप्यूटर और मोबाइल डिवाइस पर छिपकर क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स तक पहुंच प्राप्त करता है। यह मालवेयर फिशिंग ईमेल, संक्रमित सॉफ्टवेयर डाउनलोड, या दुर्भावनापूर्ण वेबसाइट्स के माध्यम से फैलता है। एक बार डिवाइस पर स्थापित होने के बाद, यह वॉलेट की निजी कुंजियों (Private Keys) और पासवर्ड्स को चुरा लेता है, जिससे हैकर्स उपयोगकर्ताओं की क्रिप्टोकरेंसी तक पहुंच प्राप्त कर सकते हैं। ...

Infosys resolves cybersecurity

Infosys resolves cybersecurit y  इंफोसिस ने अमेरिका में साइबर सुरक्षा मुकदमों का निपटारा किया बेंगलुरु स्थित आईटी दिग्गज कंपनी इंफोसिस Infosys  ने हाल ही में अमेरिका में पेंडिंग साइबर सुरक्षा से जुड़े मुकदमों को निपटाने की घोषणा की है। यह कदम कंपनी की छवि को मजबूत करने और भविष्य में ऐसे विवादों से बचने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।   इंफोसिस Infosys पर आरोप लगाए गए थे कि कंपनी ने अपने साइबर सुरक्षा प्रोटोकॉल को लेकर लापरवाही बरती, जिसके कारण कुछ गोपनीय डेटा लीक हो गया। इस मामले में अमेरिकी निवेशकों ने कंपनी के खिलाफ मुकदमा दायर किया था। निवेशकों का आरोप था कि इंफोसिस ने साइबर सुरक्षा से जुड़े जोखिमों को सही तरीके से प्रकट नहीं किया, जिससे उन्हें नुकसान हुआ।   इंफोसिस Infosys  ने इन मुकदमों को अदालत से बाहर निपटाने का फैसला किया है। हालांकि, समझौते की सटीक राशि का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन यह माना जा रहा है कि यह रकम काफी बड़ी हो सकती है। कंपनी ने इस बात पर जोर दिया है कि यह समझौता किसी भी तरह से उनकी गलती को स्वीकार करने के रूप ...

Elon Musk and OpenAI fast-tracks court clash

  OpenAI fast-tracks court clash एलन मस्क और ओपनएआई (OpenAI) के बीच एक नया विवाद सामने आया है, जिसमें कंपनी के लाभ-उन्मुख (for-profit) बदलाव को लेकर तेजी से मुकदमे की सहमति हुई है। यह मामला कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के क्षेत्र में एक बड़ी चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि एलन मस्क ने ओपनएआई के मूल उद्देश्यों से भटकने का आरोप लगाया है। OpenAI  की स्थापना 2015 में एलन मस्क, सैम अल्टमैन और अन्य प्रमुख तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा एक गैर-लाभकारी संगठन ( non-profit organization ) के रूप में की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य मानवता के लिए सुरक्षित और लाभकारी कृत्रिम बुद्धिमत्ता का विकास करना था। हालांकि, 2019 में  OpenAI  ने एक लाभ-उन्मुख संरचना ( for-profit structure ) अपनाई, जिसके बाद से ही एलन मस्क ने इस कदम की आलोचना की है। विवाद का कारण    एलन मस्क का मानना है कि  OpenAI   का लाभ-उन्मुख बदलाव कंपनी के मूल उद्देश्यों के विपरीत है। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह कदम AI के विकास को निजी हितों के लिए इस्तेमाल करने की ओर ले जा सकता है, जो मानवता के लिए खतरनाक हो ...